Friday, July 22, 2011

Maine to mohabbat ki hai

Tum mujhe bhool jao to ye haq hai tumko
Meri baat aur hai maine to mohabbat ki hai



Mere dil ki mere jazbaat ki qeemat kya hai
Uljhe uljhe se khayalat ki qeemat kya hai

Maine kyun pyar kiya tumne na kyun pyar kiya
In pareshan sawalaat ki qeemat kya hai

Tum jo ye bhi na batao to haq hai tumko
Meri baat aur hai maine to mohabbat ki hai

Tum agar aankh churao to ye haq hai tumko
Meri baat aur hai maine to mohabbat ki hai

Tumko dunia ke gham-o-dard se fursat na sahi
Meri baat aur hai maine to mohabbat ki hai

Sab se ulfat hi mujhse hi mohabbat na sahi
Main tumhara hoon wohi maire liye kya kam hai..!!


Thursday, July 21, 2011

Never let them go

Friendship is the kind of love
that never can grow old.
Warm and cozy it will stay
when other things are cold.
Friendship is a love so true
it won't be denied,
Because a friend will always be
there close by your side.
Boyfriends and lovers come and go
in this game of life we play,
But a true friend, no matter what,
in your heart will always stay.
So hold these friends dear to you,
and never let them go.
Think how much they mean to you,
and make sure to tell them so

ham to jinda he sirf aap jaise dost ke liye

dosti karo to dhoka mat dena
dosto ko ansu ka tohfa mat dena
dil se roye koi tumhe yad karke
aisa kisi ko mouka mat dena
dosti to sirf itefak he
yeto dilo ki mulakat he
dosti nahi dekhati ye din he ki rat he
is meto sirf vafadari or jajbat he
dard kafi he jindgi ke liye
dost jaruri he jindgi ke liye
kon marta he kiske liye
ham to jinda he sirf aap jaise dost ke liye

"Natkhat Dost"

Natkhat hai, Pyari hai,Gudiya rani hai,
Sab se alag who deewani hai,
Titliyo ki tarah udti hai,
Kabhi idhar -kabhi udhar milti hai,
Hasti hai hasati hai humko bhut satati hai,
Hai bhut choti par khud ko bada samajti hai,
Hamare har sukh -dukh mein,
Sath chalne ki kosish karti hai,
Karte hai hum bhi us se bhut pyar,
Sai Ram sabko de us jaisa yaar ...........

खुदा से क्या मांगू तेरे वास्ते

खुदा से क्या मांगू तेरे वास्ते
सदा खुशियों से भरे हों तेरे रास्ते
हंसी तेरे चेहरे पे रहे इस तरह
खुशबू फूल का साथ निभाती है जिस तरह
सुख इतना मिले की तू दुःख को तरसे
पैसा शोहरत इज्ज़त रात दिन बरसे
आसमा हों या ज़मीन हर तरफ तेरा नाम हों
महकती हुई सुबह और लहलहाती शाम हो
तेरी कोशिश को कामयाबी की आदत हो जाये
सारा जग थम जाये तू जब भी गए
कभी कोई परेशानी तुझे न सताए
रात के अँधेरे में भी तू सदा चमचमाए
दुआ ये मेरी कुबूल हो जाये
खुशियाँ तेरे दर से न जाये
इक छोटी सी अर्जी है मान लेना
हम भी तेरे दोस्त हैं ये जान लेना
खुशियों में चाहे हम याद आए न आए
पर जब भी ज़रूरत पड़े हमारा नाम लेना
इस जहाँ में होंगे तो ज़रूर आएंगे
दोस्ती मरते दम तक निभाएंगे

Wednesday, July 20, 2011

ऐसा एक दोस्त चहिये

ना ज़मीन, ना सितारे, ना चाँद, ना रात चाहिए,
दिल मे मेरे, बसने वाला किसी दोस्त का प्यार चाहिए,
 
ना दुआ, ना खुदा, ना हाथों मे कोई तलवार चाहिए,
मुसीबत मे किसी एक प्यारे साथी का हाथों मे हाथ चाहिए,

कहूँ ना मै कुछ, समझ जाए वो सब कुछ,
दिल मे उस के, अपने लिए ऐसे जज़्बात चाहिए,

उस दोस्त के चोट लगने पर हम भी दो आँसू बहाने का हक़ रखें,
और हमारे उन आँसुओं को पोंछने वाला उसी का रूमाल चाहिए,

मैं तो तैयार हूँ हर तूफान को तैर कर पार करने के लिए,
बस साहिल पर इन्तज़ार करता हुआ एक सच्चा दिलदार चाहिए,

उलझ सी जाती है ज़िन्दगी की किश्ती दुनिया की बीच मँझदार मे,
इस भँवर से पार उतारने के लिए किसी के नाम की पतवार चाहिए,

अकेले कोई भी सफर काटना मुश्किल हो जाता है,
मुझे भी इस लम्बे रास्ते पर एक अदद हमसफर चाहिए,

यूँ तो 'मित्र' का तमग़ा अपने नाम के साथ लगा कर घूमता हूँ,
पर कोई, जो कहे सच्चे मन से अपना दोस्त, ऐसा एक दोस्त...................... चहिये .

Monday, July 18, 2011

Dosti,,,,,,,,,,

मत इंतज़ार कराओ हमे इतना
कि वक़्त के फैसले पर अफ़सोस हो जाये
क्या पता कल तुम लौटकर आओ
और हम खामोश हो जाएँ
दूरियों से फर्क पड़ता नहीं
बात तो दिलों कि नज़दीकियों से होती है
दोस्ती तो कुछ आप जैसो से है
वरना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है
दिल से खेलना हमे आता नहीं
इसलिये इश्क की बाजी हम हार गए
शायद मेरी जिन्दगी से बहुत प्यार था उन्हें
इसलिये मुझे जिंदा ही मार गए
मना लूँगा आपको रुठकर तो देखो,
जोड़ लूँगा आपको टूटकर तो देखो।
नादाँ हूँ पर इतना भी नहीं ,
थाम लूँगा आपको छूट कर तो दे
खो।
लोग मोहब्बत को खुदा का नाम देते है,
कोई करता है तो इल्जाम देते है।
कहते है पत्थर दिल रोया नही करते,
और पत्थर के रोने को झरने का नाम देते है।
भीगी आँखों से मुस्कराने में मज़ा और है,
हसते हँसते पलके भीगने में मज़ा और है,
बात कहके तो कोई भी समझलेता है,
पर खामोशी कोई समझे तो मज़ा और है...!
मुस्कराना ही ख़ुशी नहीं होती,
उम्र बिताना ही ज़िन्दगी नहीं होती,
दोस्त को रोज याद करना पड़ता है,
क्योकि दोस्त कहना ही दोस्ती नहीं होती....

By Ritesh,,,,,,,,

A F-R-I-E-N-D

A FRIEND 


F is for the fun we had together
R is for the relaxing time we shared together
I is for the interesting moments we had
E is for the entertaining time we spent
N is for the never ending friendship that we'll have
D is for the days we'll never forget

You never stop listening to all my troubles
Your advise and sympathy helped me move on 
You made me forget the pain that crushed my heart
You were my pain relief

Now after all this 
I have learnt so much from you
And I want the world to know 
How lucky I am 
TO have a friend like you

Don't Cry For Me

From a deceased father to his daughter on her wedding day. 

My little Girl, Don't cry for me
I'll be right by your side.
I'd never miss out on this day
that you become a bride.

I'm here with you to hold your hand
and give your heart away
To a man God chose to take care of you
forever from this day.

Today, I place your hand in his
with blessings and with pride.
My little Girl, Don't cry for me
I'll be right by your side.

Thursday, July 14, 2011

दिल चाहता है

दोस्ती उन से करो जो निभाना जानते हो............... नफ़रत उन से करो जो
भूलना जानते हो................ ग़ुस्सा उन से करो जो मनाना जानते
हो........... प्यार उनसे करो जो दिल लुटाना जानते हो***

***आज तक
बहुत कुछ खोया है हमने,
लेकिन आज कुछ पाने को दिल चाहता है,

हर
हालात को ख़ुशी से कुबूल किया है हमने,
लेकिन आज उनसे लड़ने को दिल
चाहता है,

अब तक तन्हा थे जिंदगी में हम,
लेकिन अब किसी को अपना
बनाने को दिल चाहता है,

ना जाने कब से नहीं सोये हैं हम,
लेकिन
आज जी भरके सोने को दिल चाहता है,

चलते चलते बहुत थक गए हैं हम,
लेकिन
आज एक जगह रुक जाने को दिल चाहता है,

हर बात को हँस कर टाल देते थे
हम,
लेकिन ना जाने क्यूँ आज रोने को दिल चाहता है,

आज तक जिए
हैं हम सबकी ख़ुशी के लिए ,
लेकिन आज सिर्फ खुद के लिए जीने को दिल
चाहता है,

अब तक हर कदम रखा है हमने संभाल के ,
लेकिन आज बहक
जाने को दिल चाहता है,

हर कोई छोड़ जाता है बीच राह में हमे,
लेकिन
आज सबको तन्हा छोड़ जाने का दिल चाहता है..:(

Monday, July 11, 2011

याद भी आते क्यों हो?

याद भी आते क्यों हो?
नहीं मिलना तो भला याद भी आते क्यों हो
इस कमी का मुझे अहसास दिलाते क्यों हो

डर तुम्हें इतना भी क्या है कहो ज़माने का
रेत पर लिख के मेरा नाम मिटाते क्यों हो

दिल में चाहत है तो काँटों पे चला आएगा
आप पलकों को गलीचे-सा बिछाते क्यों हो

हम पर इतने किए उपकार सदा ये माना
हम को हर बार मगर आप गिनाते क्यों हो

जाने किस वक्त तुम्हें इनकी ज़रूरत होगी
आप बेवक्त ही अश्कों को गिराते क्यों हो

यारी पिंजरे से ही कर ली है जब परिंदे ने
आसमाँ उसको खुला आप दिखाते क्यों हो

ज़िंदगी फूस का इक ढेर है इसमें आकर
आग तुम इश्क की सरकार लगाते क्यों हो

मुझको मालूम है दुश्मन नहीं हो दोस्त मेरे
मुझसे खंजर को बिना बात छिपाते क्यों हो

इश्क मरता नहीं , ये हकीकत जानो
किसी मीरा को ज़हर आप पिलाते क्यों हो